Holika Dahan 2025 मिलेगी कई परेशानियों से मुक्ति
पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर होली का पर्व मनाया जाता है। इस साल, रंगों की यह खुशी भरी होली 14 मार्च को मनाई जाएगी, जबकि होलिका दहन 13 मार्च को होगा। ऐसे में, अगर आप होलिका दहन से पहले अपने घर में कुछ खास वास्तु उपाय अपनाते हैं, तो आपको इसका सकारात्मक लाभ मिल सकता है।
आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं और व्यक्ति व उसके परिवार के लिए परेशानियों का कारण बन सकती हैं। ऐसे में, होलिका दहन 2025 (Holika Dahan 2025) से पहले इन चीजों को घर से बाहर निकाल देना बेहतर रहेगा, ताकि आप किसी भी तरह की बाधाओं और समस्याओं से बच सकें।
निकाल दें ये चीजें
अक्सर हम घर में रखे पुराने रंगों का दोबारा इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता। इसके अलावा, पुराने रंग आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, होलिका दहन से पहले पुराने रंगों को घर से बाहर निकाल देना ही बेहतर होता है।

मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद
Holika Dahan 2025 मिलेगी कई परेशानियों से मुक्ति
यदि आपके घर में ऐसे पुराने कपड़े पड़े हैं जिनका अब कोई उपयोग नहीं है, तो होलिका दहन से पहले उन्हें घर से हटा देना अच्छा रहेगा। आप इन्हें जरूरतमंदों को दान कर सकते हैं, जिससे न केवल किसी की मदद होगी बल्कि आपको सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आशीर्वाद भी मिलेगा।
मिल सकते हैं बुरे परिणाम
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में टूटे या खराब पड़े इलेक्ट्रॉनिक सामान को रखना अशुभ माना जाता है। ऐसे सामान से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जिससे परिवार की सुख-शांति पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए, होलिका दहन के शुभ अवसर से पहले इस तरह के बेकार सामान को घर से हटा देना चाहिए, ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

दूर होगी दरिद्रता
आप घर में बेकार पड़ी ऐसी लकड़ियों को होलिका दहन की अग्नि में अर्पित कर सकते हैं, जिनका अब कोई उपयोग नहीं है। ऐसा करने से दरिद्रता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इसके अलावा, घर में रखी टूटी-फूटी या अनुपयोगी चीजों जैसे पुराने जूते-चप्पल, खंडित मूर्तियां आदि को भी हटा देना चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और घर में अशांति का कारण बन सकती हैं।
Disclaimer
इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। ताज़ा ख़बर इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। ताज़ा ख़बर अंधविश्वास के खिलाफ है।