Amazon Layoffs Today : ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न ने 14,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। कंपनी ने यह कदम क्यों उठाया और इसके पीछे क्या कारण हैं, इसकी पूरी जानकारी यहां मिलेगी। इससे पहले भी कंपनी ने कम्युनिकेशन और सस्टेनेबिलिटी डिवीजन में छंटनी की थी।
अमेज़न अपने कर्मचारियों को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। कंपनी 2025 की शुरुआत तक 14,000 मैनेजर पद पर कार्यरत कर्मचारियों को निकालने वाली है। इस फैसले से अमेज़न सालाना 2.1 अरब डॉलर से 3.6 अरब डॉलर तक की लागत बचा सकेगी। इस छंटनी के कारण अमेज़न के ग्लोबल मैनेजमेंट वर्कफोर्स में 13% की कमी आएगी, जिससे मैनेजरों की संख्या 1,05,770 से घटकर 91,936 रह जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने ये फैसला तब लिया है, जब इससे पहले कंपनी ने कम्युनिकेशन एंड सस्टेनेबिलिटी डिविजन में छंटनी की थी. कंपनी इस कदम से काम करने के तरीके को फिर से सही ढंग से करने और फिर से टीम तैयार करने की कोशिश कर रही है. यहां जानें कि आखिर कंपनी के इस फैसले का असर किस पोस्ट के कर्मचारियों पर पड़ने वाला है.
Amazon Layoffs india
कोविड महामारी के दौरान Amazon के वर्क फोर्स में तेजी से विस्तार हुआ, जो 2019 में 798,000 कर्मचारियों से बढ़कर 2021 के अंत तक 1.6 मिलियन से अधिक हो गया। हालांकि कंपनी ने तब से अपनी स्टाफिंग जरुरतों को फिर से निर्धारित किया है, जिसमें पिछली छंटनी के कारण 2022 और 2023 में 27,000 नौकरियां कम हुई हैं।
छंटनी की क्या है वजह

बिज़नेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, यह छंटनी अमेज़न के CEO एंडी जैसी द्वारा कॉर्पोरेट फैसले लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए की जा रही है। इसके अलावा, यह वर्कफोर्स की स्किल बढ़ाने की योजना का भी हिस्सा है।
Amazon Layoffs Today : 2025 की पहली तिमाही तक मैनेजर्स के मुकाबले इंडिविजुअल कंट्रीब्यूटर की संख्या को मैक्सिमम 15 प्रतिशत तक बढ़ाने की प्लानिंग की जा रही है. मैनेजर लेवल को फिर से तैयार किया जाएगा. Amazon वर्कफ्लो की रफ्तार को और बेहतर करने की कोशिश कर रहा है.
मैनेजर पॉजिशन पर पड़ेगा असर

Amazon Layoffs Today : रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले समय में 13,834 मैनेजर पद खत्म हो सकते हैं, जिससे अमेज़न की लागत घटाने की कोशिशों को बड़ा फायदा मिलेगा।
छंटनी के अलावा, कंपनी ने कई लागत कटौती नीतियां भी शुरू की हैं, जिनमें “ब्यूरोक्रेसी टिपलाइन” शामिल है। इसके जरिए कर्मचारी की कमियों की रिपोर्ट की जा सकती है।
ई-कॉमर्स कंपनी यह फैसला अपने फायदे के लिए ले रही है, जिसमें नौकरी में कटौती सबसे कारगर साबित हो सकती है। वहीं, ब्यूरोक्रेसी टिपलाइन के जरिए कर्मचारियों की कमियों को पहचानकर उनमें सुधार किया जा सकेगा।